5000 वर्ष पुराना अमृतम च्यवनप्राश एक लाजवाब एंटी-एजिंग औषधि है। इम्यूनिटी बढ़ाये! बुढ़ापा रोककर जीवनशक्ति लौटाता है।
- अमृतम च्यवनप्राश – 5000 वर्ष पुरानी उम्ररोधी (Anti-Aging) औषधि

- आज की भागदौड़ और प्रदूषण से भरी जिंदगी में लोग समय से पहले बूढ़े दिखने लगे हैं। बाल सफेद होना, चेहरे पर झुर्रियां, कमजोरी, थकान और यौनशक्ति की कमी – ये सब अर्ली एजिंग के लक्षण हैं।

- 👉 ऐसे में आयुर्वेद की 5000 वर्ष पुरानी औषधि अमृतम च्यवनप्राश और B Feral Gold Capsule उम्र को रोकने और जीवन को ऊर्जावान बनाने के लिए सबसे कारगर उपाय है।

- चरक सहिंता आयुर्वेद सारः संग्रह आदि प्राचीन आयुर्वेदिक फ़ॉर्मूले में अष्टवर्ग सहित अनेकों जड़ी बूटीयों का मिश्रण च्यवनप्राश में किया जाता है।
- रिद्धि, बृद्धि, जीवक, ऋषभक, मेदा, महामेदा, काकोली और छीरकाकोली ये अष्टवर्ग ओषधियां हैं।
- आँवला Amla,
- दशमूल-Dashmool,
- हरड़-Harda,
- ब्राह्मी-Brahmi,
- अश्वगन्धा-Ashwagandha,
- लवंग-Lavang,
- चन्दन-Chandan,
- नागकेशर-Nagkeshar
- वंशलोचन-Vanshlochan,
- शंखपुष्पी-Shankhpushpi,
- मण्डूकपर्णी-Mandukparni,
- जीवन्ति-Jivanti,
- कौंच बीज-Kauchabeej,
- सिंघाड़ा-Shingada/ Shingara,
- सफेद मूसली-Safed Musli,
- यष्टिमधु-Yesthi madh,
- नागरमोथा-Nagarmoth,
- तामाल पत्र-Tamal Patra,
- बला-bala,
- वायविडंग-Vidang,
- विदारीकंद-Vidarikang,
- दालचीनी-Dalchini,
- इलायची-Elaichi,
- पिप्पली-Pippli, केशर-Kesar
- शहद-Honey
- शुद्ध
- शिलाजीत-Shilajeet
- गुग्गलु-gugglu
- स्वर्णमाक्षिक भस्म-Suvarna Makshik Bhashma,
- लौह भस्म-Loha Bhasma
- देशी घी-Ghee, आदि Sucrose आदि
- आंवला, दशमूल, हरीतकी, शिलाजीत, गुग्गलु ब्राह्मी, वन्शलोचान और स्वर्णमाक्षिक भस्म जैसे कुछ मुख्य ओषधियाँ ये सभी इंग्रेडिएंट शरीर के अंगों की प्रत्येक अवयवों, कोशिकाओं की इकाई की शिथिलता दूर करते हैं।

- प्राकृतिक खनिज पदार्थों, मिनरल और आँवले के एंटी-ऑक्सीडेंट से भरा हुआ अमृतम च्यवनप्राश सर्दी के समय अत्याधिक लाभकारी रहता है।
- प्राचीन द्रव्य-धतक, जड़ीबूटियों के संयोजन के साथ, यह शरीर की समग्र कार्य प्रणाली को ठीक करने में कारगर है।
- अमृतम च्यवनप्राश सभी उम्र वाले बच्चों, बुजुर्ग, पुरुषों और महिलाओं के लिए एक आयुर्वेदिक इम्युनिटी बूस्टर है।

- आश्चर्यजनक रूप से भारत में यह सबसे अच्छा अमृतम च्यवनप्राश ऑनलाइन उपलब्ध है।
- यह फ़ॉर्मूलेशन अनुभवी वैद्य-चिकिसकों के मार्गदर्शन में आयुर्वेद की 5000 वर्ष पुरानी परिपाटी द्वारा सम्पूर्ण विधि-विधान से तैयार किया जाता है।
- अमृतम च्यवनप्राश 100% आयुर्वेदिक, सुरक्षित और पूरी तरह से प्राकृतिक है। इसे रासायनिक सूत्र के किसी भी बाहरी उपयोग के बिना बनाया गया है। यह शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों और कच्चे आंवला से निर्मित है।
- अमृतम च्यवनप्राश आयुर्वेद की 5000 वर्ष पुरानी विधि से निर्मित किया है। इसमें किसी भी प्रकार का एक्सट्रेक्ट नहीं मिला है और स्वाद भी देशी दवा जैसा है!

- अमृतम च्यवनप्राश के साइड इफ़ेक्ट बिल्कुल भी नहीं है, बल्कि साइड बेनिफिट अथाह हैं।
- चरक सहिंता के अनुसार इसके निर्माण में 40 से 45 दिन का समय लगता है। यह केवल कच्चे आँवले से तैयार होता है। इसीलिए शुद्धता के कारण 400 ग्राम का मूल्य लगभग 1899/- रुपये है।
- अमृतम च्यवनप्राश”का मुख्य घटक आंवला है, जो शुक्रप्रवर्तक यानि शुक्र (वीर्य) को उत्पन्न और प्रवर्तन करने में उपयोगी है।
- च्यवनप्राश पूरे परिवार और सभी आयु वर्ग के लिए अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक एवं शरीर की रक्षक ओषधि है, जो हमें मौसम बदलने के कारण होने वाली बिमारियों से लड़ने में मदद करता हैं और सम्पूर्ण शरीर का कायाकल्प कर देता है।
अमृतम च्यवनप्राश – उम्ररोधी (एंटीएजिंग) एक प्राचीन हर्बल मेडिसिन एक उम्ररोधी (एंटीएजिंग) हर्बल ओषधि
- हजारों वर्ष पुराने आयुर्वेदिक ग्रन्थ चरकसहिंता – के अनुसार प्राचीन पद्धति और 72 से अधिक जड़ीबूटियों, रस-रसायनों से बना शुद्ध घरेलू तरीके से निर्मित यह उम्र रोधी च्यवनप्राश उन लोगों एवं परिवार को ज्यादा पसन्द आएगा जो ओरिजनल की तलाश में हैं।
आंवला के फायदे
- आंवला और अष्टवर्ग ओषधियां च्यवनप्राश का मुख्य घटक आंवला है, जो शुक्रप्रवर्तक यानि शुक्र (वीर्य) को उत्पन्न और प्रवर्तन करने में उपयोगी है।
पूरे परिवार को स्वस्थ्य रखे
- च्यवनप्राश पूरे परिवार और सभी आयु वर्ग के लिए अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक एवं शरीर की रक्षक ओषधि है, जो हमें मौसम बदलने के कारण होने वाली बिमारियों से लड़ने में मदद करता हैं।
- अमृतम च्यवनप्राश की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए इसे कांच की बोतल में पैक किया गया है। आयुर्वेद के मुताबिक च्यवनप्राश की पेकिंग प्लास्टिक जार में करने से वह दोषपूर्ण होने लगता है।
च्यवनप्राश का आविष्कार
- महर्षि च्यवन ऋषि ने 5000 वर्ष पहले अपनी जवानी लौटाने के लिए इसका निर्माण किया था।
- 👉 आयुर्वेदिक ग्रंथ चरक संहिता और भावप्रकाश निघण्टु में च्यवनप्राश को “सर्वश्रेष्ठ रसायन” कहा गया है।
संस्कृत श्लोक –
“वीर्य वर्ण स्वरोयेत कृतोऽश्रिभ्या पुनर्युवा”
- 👉 अर्थात – च्यवनप्राश वृद्धावस्था, कमजोरी और यौन विकार को दूर करके इंसान को पुनः युवा बना देता है।
- 🌿 अष्टवर्ग जड़ी-बूटियाँ – एंटी-एजिंग का रहस्य
च्यवनप्राश का सबसे अनमोल भाग है अष्टवर्ग, जिसमें 8 अद्भुत औषधियाँ शामिल हैं –
- रिद्धि
- बृद्धि
- जीवक
- ऋषभक
- मेदा
- महामेदा
- काकोली
- क्षीरकाकोली
👉 ये सभी जड़ी-बूटियाँ शरीर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करती हैं और झुर्रियाँ व बुढ़ापे के लक्षणों को रोकती हैं।
🍯 अमृतम च्यवनप्राश की विशेषताएँ
- आंवला, दशमूल, अश्वगंधा, ब्राह्मी, शंखपुष्पी और 72 से अधिक औषधियों से निर्मित।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को कई गुना बढ़ाता है।
- थकान, कमजोरी और तनाव को कम करता है।
- श्वसन तंत्र (Respiratory System) को मजबूत करता है।
- पुरुष और महिला दोनों के लिए एंटी-एजिंग टॉनिक।
- कांच की बोतल में पैक, ताकि औषधि शुद्ध और प्रभावी बनी रहे।
🧪 वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- एंटीऑक्सीडेंट्स (आंवला, दशमूल, शिलाजीत) शरीर को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं।
- एडेप्टोजेनिक जड़ी-बूटियाँ (अश्वगंधा, ब्राह्मी) तनाव और चिंता को कम करती हैं।
- Minerals & Natural Rasayan शरीर को 100 वर्ष तक स्वस्थ रखने में सहायक।
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Amrutam B Feral Capsule Information
- Amrutam B Feral Capsule is an ayurvedic medicine that is primarily used for the treatment of Sexual anorexia, Low Sexual Vitality, Low Libido in Men.
- The key ingredients of Amrutam B Feral Capsule are Kokilaksha, Swarna Bhasma, Safed Musli.
- The properties of which have been shared below. The correct dosage of Amrutam B Feral Capsule depends on the patient's age, gender, and medical history.
- This information has been provided in detail in the dosage section.
- अमृतम च्यवनप्राश आयुर्वेदिक रहस्य
- Anti Aging Ayurvedic Medicine
- Ashtavarga + Chyawanprash
- आयुर्वेद से उम्र और बुढ़ापा रोकने के उपाय
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