बीमारियों के बढ़ने की वजह और उपाय
!!हर शब्द अमॄतम!!
षड् दोषाः पुरुषेणेह
हातव्या भूतिमिच्छता!
निद्रा तद्रा भयं क्रोधः
आलस्यं दीर्घसूत्रता!!
【१】ज्यादा सोना (नींद)
【२】गुस्सा (क्रोध)
【३】तन्द्रा (थकावट)
【४】भय (डर)
【५】 आलस्य
【६】 काम को टालने की आदत
अर्थात: किसी व्यक्ति में ये 6 दोष हों,
तो वो, खुद ही अपना दुश्मन है।
ऐसा व्यक्ति कभी भी बर्बाद हो जाएगा--
वात विकार से तन,
◆ कफ रोगों से मन और
◆ शरीर में पित्त की वृद्धि
होने से आत्मा कमजोर हो
जाती है-
"सारंगधर सहिंता से साभार"
शरीर शुद्धि-त्रिदोष मुक्ति हेतु
3 महीने फ्लूकी Flukey माल्ट
सेवन करें। यह रोगप्रतिरोधक
क्षमता भी बढ़ाता है।
वायरस से बर्बादी का बड़ा कारण
है-चटोरापन। बेजुबान पशु-पक्षियों
का रोना ही-कोरोना या कीड़ों का
रोना है-
अमृतम उपाय

- Flukey Malt (फ्लूकी माल्ट) का 3 महीने सेवन
- शरीर शुद्धि (डिटॉक्स)
- त्रिदोष मुक्ति
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
विशेष सन्देश
- चटोरापन और असंयम ही आज वायरस और बीमारियों का बड़ा कारण है।
- पशु-पक्षियों की पीड़ा और उनकी हत्या से उत्पन्न नकारात्मक ऊर्जा भी कोरोना जैसे रोगों का कारण कही गई है (काव्यात्मक अर्थ में “बेजुबानों का रोना ही कोरोना है”)।
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