अमृतम चंदन एक चमत्कारी औषधि है और आध्यात्मिक शांति के लिए उपयोगी है

अमृतम चन्दन तनाव मिटाने में मदद करता है,

चंदन त्वचा का रंग और टोन समान होता है।

पिंपल्स और एक्ने का इलाज: चंदन के एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण पिंपल्स और एक्ने की समस्या को कम करने में सहायक होते हैं। यह बैक्टीरिया को खत्म करता है और त्वचा को साफ करता है।

त्वचा की नमी बनाए रखता है: यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और सूखापन को कम करता है, जिससे त्वचा नरम और मुलायम बनी रहती है।

त्वचा की बनावट और रंगत में सुधार: नियमित उपयोग से त्वचा की बनावट में सुधार होता है और उसकी प्राकृतिक चमक और रंगत बढ़ती है।

विरोधी वृद्धावस्था गुण: चंदन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो त्वचा को वृद्धावस्था के लक्षणों से बचाने में मदद करते हैं, जैसे कि झुर्रियाँ और महीन रेखाएँ।

अमृतम चंदन मुख्य रूप से त्वचा की देखभाल के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसके अतिरिक्त यह अन्य क्षेत्रों में भी उपयोगी हो सकता है

जैसे -

सांस की दुर्गंध दूर करने में चंदन के एंटीसेप्टिक गुण सांसों की ताजगी बनाए रखने में मदद करते हैं। इसका उपयोग माउथवॉश या दंतपेस्ट में किया जाता है।

चंदन की सुगंध मन को शांति और विश्राम देती है। इसे अरोमाथेरेपी में इस्तेमाल किया जाता है, और यह ध्यान और योग के अभ्यास में मददगार साबित हो सकता है एवं चंदन की सुगंध और गुण मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं यह शांत और संतुलित स्थिति को बढ़ावा देता है।

आयुर्वेदिक चिकित्सा:

आयुर्वेद में चंदन को विभिन्न चिकित्सा समस्याओं के उपचार में उपयोग किया जाता है, जैसे कि पाचन संबंधी समस्याओं, बुखार, और सूजन एवं चंदन का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है।

अपने माथे पर लगाएं त्रिपुण्ड, टीका या तिलक, कुंडली में गुरु होता है प्रबल और राहु, केतु, शनि प्रसन्न!!! त्वचा भी चमकाये जानें अमृतम चन्दन के चमत्कारी फायदे

हिंदू धर्म में मस्तिष्क पर टीका, तिलक का विशेष महत्व बताया गया है। पौराणिक मान्यता है कि मस्तक पर जिस स्थान पर तिलक लगाया जाता है, उसी स्थान पर ब्रह्म स्वरूप आत्मा का वास होता है। वहीं, वैदिक ज्योतिष में भी ग्रह शांति के लिए माथे पे तिलक या त्रिपुण्ड लगाने से भाग्योदय होता है।

amrutam chandan Shiv Tripund, Tilak, a traditional paste made from sandalwood, Keshar (saffron) Ashtgandh and other herbs, is used in rituals and prayers. It's believed to have many benefits, including

अमृतम चंदन – परंपरा और शुद्धता का संगम

- शुद्धता का एहसास, ठंडक का स्पर्श!

- केसर, रक्तचंदन, कर्पूर, चंदन, गुलाब इत्र, ब्राह्मी व जटामांसी अर्क से समृद्ध।

- पेस्ट रूप में – तिलक, टीका या त्रिपुंड लगाने हेतु।

- आध्यात्मिक गुणों से भरपूर।

- हर प्रकार की त्वचा के लिए सुरक्षित।

ऑर्डर करने के लिए

whatsapp 9926456869 दीपक

राहु केतु के चमत्कारी रहस्य

श्री गजानन भी राहु केतु की तरह सिर कटे देवता हैं! मान शक्ति ने राहु की विशेष भक्ति से प्रसन्न होकर पुत्र रूप होने का वरदान दिया और राहु से राक्षस का कलंक मिटाने का वड़ा किया तो भगवान गणपति का अवतार हुआ था!

राहु और गणेश ही इस कलयुग में सबको पार लगा सकते हैं!

स्कंध पुराण में भगवान कार्तिकेय के गुरु समुद्र यानी महासागर ने बताया है कि कलयुग में तुरंत फल देने वाले केवल सिर कटे देवता ही होंगे ये शीघ्र ही सभी दुख दर्द रोगों का अंत कर देंगे!

वर्तमान में मात्र पाँच ही सिर कटे देवता शक्ति के रूप में विराजमान है वैसे आज तक १२ देवी देवता सिर कटे अवतरित हुए हैं!

माँ छिन्नमस्ता, भेरों नाथ, श्री खाटूश्याम जी, गुरु गोविंद सिंह जी के पिता गुरु तेग बहादुर जी इनका गुरुद्वारा दिल्ली के चाँदनी चौक पर स्थित है यही गुरु का सिर मुस्लिमों से धड़ से अलग कर दिया था! राहु और भगवान गणपति जी

सफलता पाने और डिप्रेशन मिटाने के लिए

जानना जरूरी है

राहु केतु प्रतिरूप स्वरूप श्री गजानन

रुद्र और गण प्रतीक पार्थिव शिवलिंग

उन्नति और समृद्धि के लिए चमत्कारी है!

बुधवार को राहुकाल में इस तरह के मिट्टी से

शिवलिंग बनाकर जल दूध दही घी मधु पंचामृत

से अभिषेक पूजा कर अमृतम Raahukey oil

के ५ दीपक जलाकर प्रार्थना करें

५४ दिन के पूजन से जीवन चमत्कारों

से भरने लगेगा!

दुख, रोग, शोक, गरीबी मिटेगी

पूजा के लिए

amrutam Chandan

ऑनलाइन मँगवा सकते हैं

अमृतम पत्रिका ग्वालियर से साभार

जय शम्भू

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