आयुर्वेद में अस्थमा को तमक श्वांस, दमा रोग भी बोलते हैं! जाने देशी दवा!
🌿 अस्थमा (तमक श्वास) मिटाएँ – Amrutam Lozenge Malt के साथ | Ayurvedic Care for Asthma

- जानिए कैसे Amrutam Lozenge Malt अस्थमा (Tamak Shwas) और श्वसन रोगों को दूर करता है। लक्षण, कारण, आयुर्वेदिक इलाज और जीवनशैली टिप्स पढ़ें।
- बढ़ती औद्योगिक इकाइयों की जहरीली गैसें, कृत्रिम रासायनिक सौंदर्य प्रसाधन सामग्रियों का बहुलता से प्रयोग मनुष्य को अनेक रोगों की चपेट में ले रहा है। श्वास रोग भी इन्हीं परिस्थितियों की देन है।
आधुनिक युग में श्वसन रोग
- आज के भौतिकवादी युग में जीवन जटिल और प्रदूषण से भरा हो गया है। बढ़ते वाहनों का धुआं, औद्योगिक गैसें, सीलन और तनाव ने श्वसन रोगों की तीव्रता बढ़ा दी है।
- आयुर्वेद में इसे तमक श्वास कहा गया है। यह रोग फेफड़ों और श्वसन तंत्र (Respiratory System) की एलर्जी और अवरोध से होता है।
- प्रतिस्पर्धा की दौड़ में मनुष्य अंधा होकर दौड़ रहा है।
- इंसान वह दिन-प्रतिदिन प्रकृति से दूर होता जा रहा है। भारतीय संस्कृति एवं आयुर्वेद के आहार-विहार के नियम, दिनचर्या, ऋतुचर्या की खुलकर अवहेलना हो रही है।
- आज उसकी जीवन शैली ही बदल गयी है। आज का घुटनभरा वातावरण, बढ़ते वाहनों का धुआं, इस प्रकार पांचों श्वास रोगों की संप्राप्ति एवं चिकित्सा सिद्धांत अलग-अलग हैं।
- आज के युग में प्रचलित श्वास रोग या दमा रोग आयुर्वेद का तमक श्वास ही है।
- यह रोग आज के युग में तीव्रता से बढ़ता जा रहा है। सीलन, तराई या धूल वाले क्षेत्रों में यह अधिकता से पाया जाता है।
तमक श्वास
- श्वास रोग एक प्राणवह स्त्रोतस की व्याधि है, इसमें इसमें श्वसन तंत्र पूरा दूषित हो जाता है। आयुर्वेद में श्वास रोग के पांच भेद स्पष्ट किये गए हैं-
(१) छिन्न श्वास
(२) क्षुद्र श्वास,
(३) महा श्वास,
(४) ऊर्ध्व श्वास,
(५) तमक श्वास ।
- ऊर्ध्व श्वास, महा श्वास, क्षुद्र श्वास में वात प्रकोप की प्रधानता होती है, जबकि छिन्न व तमक श्वास में कफ एवं वायु दूषित होती है।
- सामान्यतः मौसम बदलने पर वर्षा एवं शरद ऋतु में यह रोग कष्टकारी हो जाता है। श्लेष्मा वर्धक आहार-विहार, वात प्रकोपक कारण इस व्याधि को और तीव्र कर देता है। कभी-कभी कुछ रोगों के उपद्रव से भी श्वास रोग उत्पन्न हो जाता है जैसे प्रतिश्याय, क्षय या रक्त पित्त आदि ।
- सभी कारणों के आधार पर यही समझा जा सकता है कि आज का वातावरण तमक श्वास के लिए अनुकूल स्थिति बनाये हुए है।
- संभवतः ऐसा पूर्व काल में नहीं था, ये कारण रोग को परोक्ष रूप से प्रभावित करके बढ़ा देते हैं।
रोग के वेग को बढ़ानेवाले कारण
१. श्लेष्मा वर्धक आहार
२. शीतल जल एवं शीतल वायु का अति प्रयोग । ३. चावल, दही, बर्फ का अति सेवन,
४. धूल, धुआं
५. विक्षोभक रसायन द्रव्य
६. पेंट्स, सफेदी ।
🔹 अस्थमा के कारण (Causes of Asthma/Tamak Shwas)
- श्लेष्मा वर्धक आहार-विहार – ठंडी चीज़ें, दही, बर्फ, अत्यधिक तैलीय भोजन
- वात और प्रदूषण – धूल, धुआं, जहरीली गैसें, औद्योगिक रसायन
- सीलन और मौसम परिवर्तन
- तनाव और मानसिक थकान
- कब्ज और पाचन दोष
- अत्यधिक धूम्रपान और नशीले पदार्थ
- श्वसन तंत्र व गले के अन्य रोग
- आनुवांशिक कारण
🩺 तमक श्वास (Asthma) के लक्षण
- श्वास छोड़ने में कठिनाई (Difficulty in breathing)
- गले में श्लेष्मा और अवरोध का अनुभव
- बार-बार खांसी और बलगम बाहर निकालने की आवश्यकता
- खांसते समय आंखों के सामने अंधेरा या बेचैनी
- आराम के लिए आगे झुककर बैठना लाभकारी
- अधिक प्यास और मुंह का सूखापन
- गरम पेय और भोजन की इच्छा
- रात में श्वास का तेज होना
- ललाट पर पसीना आना
- मौसम बदलने पर रोग का बढ़ना
- सीटी जैसी आवाज के साथ श्वास
- कभी-कभी ज्वर, कास और वक्ष शूल
कारण: श्वास नलिकाओं में सूजन और एलर्जी के कारण मार्ग संकुचित हो जाता है, जिससे श्वास कठिन हो जाती है और बलगम जम जाता है।
🌿 आयुर्वेदिक समाधान – Amrutam Lozenge Malt
Amrutam Lozenge Malt | Remedy For Respiratory Complaints
Reduces Damage From Smoking, Pollution. Removes Tar, Toxins, Mucus
Heals from the damage caused due to HIGH AQI
Improves Lung Health and Immunity

Amrutam Lozenge Malt एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक हर्बल फॉर्मूला है, जो श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है और अस्थमा/तमक श्वास के लक्षणों में राहत देता है।
✨ मुख्य फायदे (Key Benefits)
- श्वसन तंत्र को मजबूत करता है
- फेफड़ों की सूजन और कफ को कम करता है
- सांस लेने में सहजता और राहत
- एलर्जी और वात दोष को नियंत्रित करता है
- बार-बार खांसी और बलगम को बाहर निकालने की समस्या कम करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाता है
- फेफड़ों का प्राकृतिक डिटॉक्स
🌿 इसमें मौजूद हर्बल सामग्री
- मुलेठी (Licorice) – गले और फेफड़ों को साफ़ करता है
- पिप्पली (Long Pepper) – कफ घटाता है
- अदरक (Ginger) – श्वास नलिकाओं को खोलता है
- तुलसी (Holy Basil) – इम्यूनिटी बढ़ाता है
- अश्वगंधा (Ashwagandha) – शरीर को सशक्त बनाता है
🧘 Lifestyle Tips for Asthma Patients
- ठंडी चीज़ों, दही, बर्फ और भारी तैलीय भोजन से बचें
- नियमित प्राणायाम (Anulom-Vilom, Kapalbhati) करें
- धूल, धुआं और प्रदूषण से दूर रहें
- हल्का गर्म पानी और हर्बल टी का सेवन करें
- Amrutam Lozenge Malt नियमित लें
Source: Facebook https://share.google/uXOJz5hgE08KOWTD1
- Amrutam Lozenge Malt is an Ayurvedic medicinal recipe crafted with the goodness of Tulsi, Vasa, Mulethi, Pushkarmool and Tribhuvan Kirti Ras. It is an effective remedy for chronic cough, cold, sinusitis, asthma, allergic bronchitis, upper and lower respiratory diseases, whooping cough and allergic rhinitis.
| Primary Benefits | Fights and Prevents Chronic Cough, Seasonal Flu, and Respiratory Concerns like Sinusitis, Asthma, Allergic Bronchitis, and Allergic Rhinitis. Helpful in Fever, Sore Throat and Treating Malaria and Dengue Fever, Regulates Uric Acid Levels |
| Secondary Benefits | Reduces the Risk of Kidney Stones, Spleen and Liver Diseases, Aids in Digestion, Helpful in Clearing Respiratory Passage by Loosening Phlegm and Removing Excess Mucus |
| Dosage | Twice a day on an empty stomach |
| Primary Ingredients | Tulsi, Vasa, Mulethi, Pushkarmool and Tribhuvan Kirti Ras |
| Duration | 3-6 months minimum |
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