दान को कम दाम में दम लगाकर जड़े से मिटाये LOZENGE
- 🌿 Amrutam Lozenge Malt – 19 प्रकार के फेफड़े विकारों और श्वसन रोगों के लिए आयुर्वेदिक समाधान | Ayurvedic Remedy for Lungs & Respiratory Health

- बरसात और बदलते मौसम में खांसी, जुकाम और अस्थमा से राहत पाने के लिए Amrutam Lozenge Malt
- एक आयुर्वेदिक समाधान है। जानिए 19 प्रकार के श्वसन विकारों पर इसका असर और सेवन विधि।
🌬️ आज के युग में श्वसन रोग
- मौसम बदलते समय सर्दी-खाँसी, जुकाम और अस्थमा होना सामान्य है। बढ़ते प्रदूषण, धूल, औद्योगिक गैसें, सीलन और तनाव ने श्वसन रोगों की तीव्रता बढ़ा दी है।
- आयुर्वेद में इसे तमक श्वास कहा गया है। यह रोग फेफड़ों और श्वसन तंत्र की एलर्जी, वात और कफ दोषों के कारण उत्पन्न होता है।
🔹 प्रमुख लक्षण
- श्वास लेने में कठिनाई और बलगम की अधिकता
- गले में श्लेष्मा और अवरोध
- बार-बार खांसी और सांस का तेज होना
- शरीर में बेचैनी, थकावट और हलकापन
- मौसम बदलने पर या रात में श्वास की तीव्रता बढ़ना
- कभी-कभी ज्वर, वक्ष शूल और सीटी जैसी आवाज़
- 🌱 Amrutam Lozenge Malt – 19 प्रकार के फेफड़े विकारों का आयुर्वेदिक समाधान

Amrutam Lozenge Malt को विशेष रूप से फेफड़ों, श्वसन नलिकाओं और छाती के 19 प्रकार के विकारों के इलाज के लिए तैयार किया गया है।
✨ मुख्य लाभ
- श्वसन तंत्र को मजबूत करता है
- कफ और बलगम को पतला करके आसानी से बाहर निकालने में मदद
- एलर्जी, वात और कफ दोष को नियंत्रित करता है
- अस्थमा, खांसी, जुकाम और फेफड़ों की अन्य विकारों में राहत
- फेफड़ों का प्राकृतिक डिटॉक्स
- रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाता है
🌿 आयुर्वेदिक घटक और उनके फायदे
- मुलेठी (Licorice) – गले और फेफड़ों को साफ़ करता है
- पिप्पली (Long Pepper) – कफ घटाता है
- अदरक (Ginger) – श्वास नलिकाओं को खोलता है
- तुलसी (Holy Basil) – इम्यूनिटी बढ़ाता है
- अश्वगंधा (Ashwagandha) – शरीर को सशक्त और रोग प्रतिरोधक बनाता है
🥗 पथ्य और आहार-विहार
पथ्य (Allowed Food & Lifestyle):
- हल्का, पौष्टिक और उष्ण आहार
- बथुआ, मेथी, लौकी, टिंडा, लहसुन, हींग
- पपीता, चीकू, मुनक्का, मधु
- हल्का व्यायाम और प्राणायाम

अपथ्य (Avoid)
- चावल, दही, बर्फ और ठंडी वस्तुएँ
- अरबी, भिंडी, उड़द की दाल, राजमा, पालक, सरसों का साग
- भारी, बासी और गरिष्ठ भोजन
- धूल, धुआं, पेंट, रासायनिक सौंदर्य सामग्री
- शीतल वायु, जल और अत्यधिक मैथुन
🔑 सेवन विधि
- Amrutam Lozenge Malt: दिन में 2 बार, गुनगुने दूध या पानी के साथ
- नियमित सेवन से फेफड़े मजबूत होते हैं और श्वसन संबंधी लक्षणों में सुधार आता है।
✅ निष्कर्ष
अस्थमा, खांसी, जुकाम और 19 प्रकार के फेफड़े विकार आधुनिक जीवनशैली और प्रदूषण की देन हैं।- Amrutam Lozenge Malt आयुर्वेदिक सिद्धांतों के अनुसार श्वसन तंत्र को मजबूत करता है, एलर्जी और कफ को नियंत्रित करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
🌿 Stay Healthy, Breathe Freely with Amrutam Lozenge Malt! 🌿
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