MIND फ्रेशकॉमेडी ब्लॉग अमृतम पत्रिका ग्वालियर

उन्नति के लिए आचरण

गति के लिए चरण जरूरी है ।

मन में अमन केवल आयुर्वेद से ही सम्भव है

अन्य चिकित्सा में नहीं ।

लड़कियां जब किसी को

साला या

साली बोलतीं मैं अचरज में पड़ जाता हूँ !

ये रिश्ता कब

पैदा हुआ और

संसद में कब पास हुआ !

सूरज और पत्नी में समानता यह है कि

दोनों को घूर नहीं सकते ।

बीबी यदि साड़ी का पल्लू कमर

में बांध ले, तो समझो

वह अपने घर के काम निपटायेगी या

पति को ।

पत्नी नस नस में है

पर बस में नहीं ।

तुम चाहें रूठो

का फूटो

उसे कोई

कसमकस नही है ।

तुम अकेले सो या

जागते रहो

उसको कोई

रस नहीं है ।

पैसे का प्रताप-

पैसा है तो सब नक्शा नवींन है

पैसा नही हाथ तो धेले के दिन हैं

सब पूछेंगे आप कैसे हैं

जब तक आपकी जेब में पैसे हैं ।

टका कर्मा, टका धर्मा

टका से ही टकाटक है ।

टका नही है पास तो

सुबह से ही खटाखट है ।

टका से ही सब ऐशो-आराम

टके से ही सब चकाचक है ।

टके से ही नाम प्रसिद्धि

काम होते फटाफट है ।

वर्तमान में स्कूल का अर्थ है

पिता को लूटना ।

पहले समय में था

छात्र को कूटना ।

जितनी लोग अब इंग्लिश बोलते हैं

उससे कहीं ज्यादा तो हम पी चुके हैं ।

मर्द मिर्च की तरह तीखे

व जहरीले होते हैं

पत्नी उसका अचार डाल देती है ।

मङ्गल सूत्र पहनो तो

चोरों की नजर

न पहनो तो छछोरों की नजर

आखिर महिलाएं क्या करें ।

अपनी खूबसूरती पर उन्हीं को

ज्यादा नाज होता है

जिनका अभी तक आधारकार्ड

नहीं बना है ।

जब कर्म से कुछ हासिल न हो तो

कोई कांड करके देख लो ।

उल्फत न शादी

लड़का होगा या लड़की

इसी में निकल गई

रात आधी ।

फेसवाश से चेहरा चमकता है

दिल नहीं ।

यदि इश्क है तो

बता दो

नहीं तो दफा हो ।

फिर चाहें नुकसान हो

या नफा हो ।

खुशी चाहते हो, तो

उसे पहले ही बता दो कि

तुम वेवफ़ा हो

कोई ऊर्जा नहीं है

तेरे अंदर

तन से पूरी तरह

सफा हो

हम तेरे लिए

कुछ नहीं

तू मेरे लिए कुछ नहीं

भले ही तू मेरी

वफा हो ।

अब हमें देखना भी नहीं हैं

तेरी तरफ

तू अभी तक कुँआरी हो

या तुम शादीशुदा हो ।

सुनो मेरी बात सुनो,

अर्ज है

की वो बहुत खुदगर्ज है ।

हमने निभाया वो

फर्ज है

किसी जन्म का पटाया

कर्ज है ।

काम ऐसा करो कि Tv पर आ जाओ

Cctv पर नहीं ।

एक जैसी होती हैं

माचिस की तीलियाँ भी

किसी ने दीपक जलाए

किसी ने घर

लड़कियां मुँह पर दुपट्टा ऐसे

बढ़ती हैं, जैसे

एक्टिव नहीं

थ्रेसर चलाने जा रही हों ।

गाँव की एक लड़की से प्यार क्या हुआ

एक दिन रोमांटिक होकर

गोंद में सिर रख दिया

वो मेरे जुएं देखने लगी ।

"इक किस" के बाद

बाइस होता है

ध्यान रखें

कलयुगी प्यार की कहानी है

मजनू चाहता है लैला को

लैला किसी और की

दीवानी है ।

जिसे दिल दिया

वो दिल्ली चली गई

जिसे प्यार किया

वो पुणे चली गई

खुदखुशी की सोचकर

बिजली के तार पकड़े

किस्मत खराब थी

हाल बिजली चली गई ।

किसी से नफरत करनी है तो

इरादे मजबूत रख..........

जरा - सा भी चूके तो........

मुहब्बत हो जाएगी

👌मैंनें एक लड़की से पूछा पटना कहाँ है

वो बोली कहीं भी पटा लो

👍वो इश्क़ में यारो …

कमाल कर बैठी..

लिख कर

"I love यू"

send to all कर बैठी

इतनी महोबत तो नहीं की थी तुमने...

जितनी तकलीफ दे रहे हो....

शराब का नशा-

_मै बैठूंगा जरूर महफ़िल में,

पर पीऊंगा नही.

_क्योंकि मेरा ग़म मिटा दे,

इतना शराब मे दम नही !!_

मत करना जलील किसी

फकीर को अपनी चौखट पर,

कटोरा बदलने में खुदा

बड़ा माहिर होता है।।

इमली खाने का मन है तो खालो

गर्भवती होने की जरूरत नहीं है ।

तोड़ेंगे गरूर इश्क का

हम इतने सुधर जाएंगे

रास्ते में खड़ी होगी मोहब्बत

हम मुँह फेर कर गुजर जाएंगे ।

अधिक नखरे और

रूखे रवैये से

अक्सर रिश्ते टूट जाते हैं ।

नारी शक्ति

तो परुष सहनशक्ति है ।

मान जाते तो शायद

हम मिल भी जाते

इश्क जल्दबाजी का नहीं

इंतजार का नाम है ।

अब तराश लूंगा

खुद को अपने तरीके से

तुम्हारे तौर-तरीको ने

मुझे चूर-चूर कर दिया ।

इस क़दर कड़वाहट आयी

उसकी बातों में...

आख़िरी ख़त दीमक से

भी ना खाया गया...!!

कॉमेडी ब्लॉग : आचरण से इश्क़ और पत्नियों से राजनीति तक

🌿 उन्नति और अमन

  1. उन्नति के लिए आचरण, और गति के लिए चरण ज़रूरी हैं।
  2. लेकिन मन का अमन?
  3. — वो तो सिर्फ़ आयुर्वेद से सम्भव है, अन्य चिकित्सा में नहीं।


🙄 रिश्तों का रहस्य

  1. लड़कियाँ जब किसी को साला या साली कहती हैं तो मैं अचरज में पड़ जाता हूँ।
  2. ये रिश्ता कब पैदा हुआ और संसद में कब पास हुआ?


☀️ सूरज और बीबी

  1. सूरज और पत्नी में समानता है—दोनों को घूरा नहीं जा सकता।
  2. अगर बीबी साड़ी का पल्लू कमर में बाँध ले, तो समझ लो—
  3. अब घर के काम होंगे या पति का “काम तमाम”!


❤️‍🔥 पत्नी की कहानी

  1. पत्नी नस-नस में है, पर बस में नहीं।
  2. तुम चाहो तो रूठो या फूटो, उसे कोई कसमकस नहीं।
  3. तुम अकेले सो या जागते रहो, उसे कोई रस नहीं।

💰 पैसे का प्रताप

  1. पैसा है तो सब नक्शा नवीन है,
  2. पैसा नहीं है तो धेले के दिन हैं।
  3. टका से ही टकाटक है, टका से ही सब चकाचक है।
  4. टका है तो नाम है, टका है तो काम है—
  5. टका नहीं है तो सुबह से ही खटाखट है।

🏫 शिक्षा का व्यंग्य

  1. पहले समय में स्कूल का अर्थ था—छात्र को कूटना।
  2. अब स्कूल का अर्थ है—पिता को लूटना

🌶️ मर्द और औरत

  1. मर्द मिर्च की तरह तीखे और जहरीले होते हैं, लेकिन बीबी उनका अचार डाल देती है।
  2. मंगलसूत्र पहनो तो चोरों की नज़र,
  3. न पहनो तो छछोरों की नज़र।
  4. आखिर महिलाएँ क्या करें?
  5. और हाँ, सबसे ज़्यादा नाज़ उन्हीं को होता है जिनका अभी तक आधार कार्ड नहीं बना है।


😆 प्यार और इश्क़

  1. उल्फत न शादी… लड़का होगा या लड़की… इसी में निकल जाती है आधी रात।
  2. फेसवॉश से चेहरा चमकता है, दिल नहीं।
  3. जिसे दिल दिया वो दिल्ली चली गई, जिसे प्यार किया वो पुणे चली गई।
  4. खुदकुशी करने गए, बिजली पकड़ ली—किस्मत खराब थी, बिजली चली गई!
  5. नफरत करनी है तो इरादे मजबूत रखो…
  6. जरा भी चूके तो मुहब्बत हो जाएगी।


🏡 गाँव की कहानियाँ

  1. गाँव की लड़की से प्यार क्या हुआ, एक दिन रोमांटिक होकर गोद में सिर रख दिया…
  2. वो मेरे जुएं देखने लगी।
  3. लड़कियाँ दुपट्टा ऐसे ओढ़ती हैं जैसे एक्टिवा नहीं, थ्रेशर चला रही हों।


🤦 मोहब्बत की गलतियाँ

  1. “इक किस” के बाद बाइस होता है—ध्यान रखें!
  2. आजकल की लैला-मजनू स्टोरी:
  3. मजनू चाहता है लैला को, लेकिन लैला किसी और की दीवानी है।
  4. एक लड़की ने लिखा “I love you” और send-to-all कर दिया।
  5. कमाल है, ये तो WhatsApp Broadcast वाला प्यार है!


🍷 शराब और तक़दीर

  1. मैं बैठूँगा ज़रूर महफ़िल में, पर पीऊँगा नहीं।
  2. क्योंकि मेरा ग़म मिटा दे, इतना शराब में दम नहीं।
  3. और हाँ, मत करना जलील किसी फ़कीर को अपनी चौखट पर—
  4. कटोरा बदलने में खुदा बड़ा माहिर होता है।


💔 रिश्ते और शिकवे

  1. अधिक नखरे और रूखे रवैये से रिश्ते टूट जाते हैं।
  2. नारी शक्ति दरअसल पुरुष सहनशक्ति है।
  3. आखिरी ख़त इतना कड़वा था कि दीमक ने भी खाने से मना कर दिया।


🎭 जीवन का व्यंग्य

  1. काम ऐसा करो कि TV पर आ जाओ, CCTV पर नहीं।
  2. माचिस की तीलियाँ सब एक जैसी होती हैं,
  3. लेकिन कोई दीपक जलाता है और कोई घर।


✨ निष्कर्ष

प्यार, पैसा, बीबी और राजनीति—इन सबमें एक कॉमन बात है…

जहाँ हँसी है, वहीं सच्चाई भी छिपी है।

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