पानी से जवानी स्थिर रहती है! नित्य प्रातः जल पाइन से कल हेल्दी बनता है! जाने water के फायदे
पानी की दीवानी धरती माँ को नमन
🌊 अमृतम पत्रिका विशेषांक से साभार
- आयुर्वेद भी मानता है कि पानी ही शरीर का सबसे बड़ा औषधि भंडार है। अगर जल सही तरीके से, सही समय पर और सही मात्रा में पिया जाए, तो यह उम्र को लंबा, स्वास्थ्य को मजबूत और मन को शांत करता है।

1️⃣ पानी क्यों है जीवन का अमृत?
- धरती पर जितना भी जीवन है, वह पानी की ही देन है। पेड़-पौधे, जीव-जंतु और मनुष्य — सबका अस्तित्व पानी से जुड़ा हुआ है।
- पानी केवल प्यास बुझाने का साधन नहीं है, बल्कि शरीर के हर अंग के लिए ऊर्जा का स्रोत है।
- 👉 नाना-नानी कहा करते थे — “पानी पीने से जवानी बनी रहती है।

2️⃣ पानी पीने के 10 अद्भुत फायदे
- शरीर से विषैले तत्व (Toxins) बाहर निकालता है।
- त्वचा को निखारता और जवां बनाए रखता है।
- पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
- कब्ज, थकान और सिरदर्द मिटाता है।
- रक्त संचार को सुचारु करता है।
- मस्तिष्क को शांति और एकाग्रता देता है।
- हड्डियों व जोड़ों को मजबूत करता है।
- हृदय रोग और BP नियंत्रण में सहायक।
- इम्युनिटी (रोग-प्रतिरोधक क्षमता) को बढ़ाता है।
- नींद गहरी और सुकूनभरी बनाता है।
3️⃣ जल चिकित्सा : आयुर्वेद का अनमोल उपहार
आयुर्वेद में पानी को औषधि कहा गया है।
- सुबह उठकर 1–3 गिलास गुनगुना पानी पीने से शरीर शुद्ध होता है।
- दिनभर में 6–8 लीटर पानी पीना बीमारियों से रक्षा करता है।
- नींबू, तुलसी, पुदीना, अदरक, अमृतम त्रिकटु चूर्ण और गुलकन्द मिलाकर तैयार औषधीय जल पीना इम्युनिटी बढ़ाता है और रोगों से बचाता है।
4️⃣ पानी पीने की आदत डालने के 14 नुस्खे
【१】सदैव पानी की बोतल साथ रखें।
【२】सुबह उठते ही पानी पियें।
【३】खाली पेट 3 गिलास पानी ज़रूर लें।
【४】जहाँ जाएं, पानी साथ रखें।
【५】ऑफिस में पानी भरकर रखें।
【६】खरबूजा, तरबूज, खीरा, संतरा, आंवला जैसे पानी वाले फल खाएँ।
【७】जूस, लस्सी, छाछ को आहार में शामिल करें।
【८】मोबाइल अलार्म/रिमाइंडर में पानी की याद डालें।
【९】हर बार पानी पीने पर उसका लेखा रखें।
【१०】24 घंटे में 6–8 लीटर पानी पियें।
【११】पानी को स्वादिष्ट बनाने के लिए नींबू, पुदीना, अदरक, तुलसी डालें।
【१२】इस औषधीय जल से कब्ज, पित्त और कफ दूर होते हैं।
【१३】परीक्षा या काम पर जाते समय पानी साथ रखें।
【१४】याद रखें – स्वास्थ्य, सेहत और तंदुरुस्ती पानी की दम पर है।
5️⃣ अमृतम के विशेष सुझाव
- गर्मियों में अमृतम गुलकन्द शर्बत शरीर को ठंडक देता है।
- अमृतम त्रिकटु जल पाचन सुधारे और इम्युनिटी बढ़ाए।
- सुबह-शाम गुनगुना पानी पीने से वजन नियंत्रित होता है।
- धूप में काम करने वालों के लिए तुलसी-पुदीना जल अमृत समान है।
6️⃣ धरती माँ को नमन – जल बचाओ, जल पियो
🌊 पानी केवल हमारे लिए नहीं, बल्कि पूरी धरती के जीवन के लिए है।
👉 आज हम सबको संकल्प लेना चाहिए –
- जल व्यर्थ नहीं बहाएँगे।
- प्रतिदिन पर्याप्त पानी पिएँगे।
- धरती माँ के इस अमृत को संजोकर रखेंगे।
✨ निष्कर्ष
पानी पीना केवल आदत नहीं, बल्कि जीवन जीने की संस्कृति है।
🌱 जब हम नियमित रूप से पर्याप्त जल पीते हैं, तो न केवल बीमारियों से दूर रहते हैं, बल्कि तंदुरुस्त और ऊर्जावान बने रहते हैं।
👉 आइए, आज से ही प्रण लें –
- पानी बचाएँगे, पानी पिएँगे और जीवन को स्वस्थ बनाएँगे।
जल का साहित्यिक अंदाज़
- प्यासे रहोगे तो ज़िंदगी होगी सूखी, पानी पी लो वरना जवानी जाएगी रूठी”
- जल ही जीवन है – और पानी पीने वाले ही जवान हैं, बाकी सब ग़मगीन
पानी पीना सिर्फ़ प्यास बुझाना नहीं, बल्कि जवानी बनाए रखने का शाश्वत नुस्खा है। अमृतम पत्रिका आपको बताती है – पानी के 23 फायदे, 14 नुस्खे और जल चिकित्सा के रहस्य। नाना-नानी की जुबानी सुनिए पानी की कहानी, साथ में थोड़ी सी कॉमेडी-शायरी भी –
‘पानी पी लो बाबू, नहीं तो डॉक्टर देगा दाबू,
जवानी जाएगी छीन, और तुम रह जाओगे मींन!’
जानिए कैसे पानी आपके स्वास्थ्य, सौंदर्य और लंबी उम्र का राज़ है।”
🤹 कॉमेडी शायरी (ब्लॉग में डालने के लिए)
💧पानी पी लो प्यारे, नहीं तो होगी मुश्किल भारी,
💧जवानी को रखना है सलामत तो पानी पियो दिन-रात, वरना उम्र से पहले हो जाओगे – “अंकल टाइप प्राइवेट लिमिटेड” साथ।
पानी और शरीर – आयुर्वेद की दृष्टि
आयुर्वेद में शरीर पाँच महाभूतों से बना माना गया है – आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी।
इनमें से जल तत्व शरीर के रस, रक्त, पसीना, मूत्र और आँसुओं का आधार है।
शरीर का लगभग 70% हिस्सा जल से बना है।
इसलिए पानी की कमी यानी “निर्जलीकरण” बीमारियों का द्वार खोल देता है।
🌿 आयुर्वेदिक दृष्टि से पानी पीने के फायदे
1️⃣ अग्नि को प्रज्वलित करता है 🔥
सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीने से अग्नि (पाचन शक्ति) तेज होती है।
भोजन जल्दी पचता है और गैस, कब्ज़, अम्लपित्त जैसी समस्याएँ मिटती हैं।
2️⃣ दोषों का संतुलन ⚖️
- गर्म पानी – कफ और वात को शांत करता है।
- ठंडा पानी – पित्त को संतुलित करता है।
- तुलसी या अदरक वाला पानी – कफ और जुकाम में लाभकारी है।
3️⃣ जल चिकित्सा का रहस्य 💧
प्राचीन जल चिकित्सा (Water Therapy) के अनुसार –
सुबह उठकर 4 गिलास पानी पीना
शरीर से विषैले तत्व (टॉक्सिन्स) को बाहर निकाल देता है।
4️⃣ त्वचा और सौंदर्य ✨
नियमित पानी पीने से त्वचा में निखार आता है।
झुर्रियाँ देर से पड़ती हैं और चेहरा चमकदार रहता है।
5️⃣ मानसिक शांति और एकाग्रता 🧘
पानी पीने से मस्तिष्क में ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होती है।
डिप्रेशन, तनाव और थकान में राहत मिलती है।
6️⃣ लंबी उम्र का आधार ⏳
नियमित और पर्याप्त जल सेवन करने वालों की आयु लंबी, रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत और हड्डियाँ सुदृढ़ रहती हैं।
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