amrutam शिलाजीत गोल्ड माल्ट ऊर्जा, शक्ति और स्वास्थ्य का प्राकृतिक स्रोत! क्या है? जानें इसके अद्भुत फायदे और सही सेवन विधि क्यों शिलाजीत टैबलेट नहीं, माल्ट ही है सबसे बेहतर विकल्प?
- आयुर्वेद के द्रव्यगुण विज्ञान, भेषज्यरत्नाकर आदि ग्रंथों में यह स्पष्ट उल्लेख मिलता है कि शिलाजीत को कच्चे या बिना उचित योग के नहीं लेना चाहिए।
- यही कारण है कि टैबलेट या कैप्सूल रूप में मिलने वाली शिलाजीत न केवल कम प्रभावी होती है, बल्कि शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव भी छोड़ सकती है।
अयुक्तं न भेषजं कार्यं —भेषजं युक्तमामृतम्॥
- अनुचित रूप में ली गई औषध हानिकारक होती है, जबकि उचित रूप में वही अमृत समान हो जाती है।
#टैबलेट या कैप्सूल रूप में शिलाजीत के नुकसान
- धीमी पाचन क्रिया_ टैबलेट और कैप्सूल रूप में शिलाजीत जल्दी पचती नहीं है। ये आंतों में चिपककर पाचन प्रक्रिया को बाधित करती है।
- संक्रमण का खतरा – अधपची शिलाजीत आंतों में रुककर गैस, संक्रमण और सूजन जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है।
- भूख में कमी – लगातार सेवन से भूख में कमी आने लगती है और पेट भारी रहने लगता है।
- पेट ख़राब रहना – दस्त, पेट दर्द और भारीपन जैसी समस्याएं आम हो सकती हैं।
अतियोगो विषं प्रोक्तं मन्दयोगो निरर्थकः।
युक्तयोगस्तु भेषजं देहं कुर्यात् दृढं ध्रुवम्॥
- शिलाजीत टैबलेट या कैप्सूल नहीं! क्यों माल्ट ही है सही विकल्प? रोगों को जड़ से मिटाने वाला आयुर्वेदिक रत्न-अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट
शरीरे रोगं न कुर्यात् कदाचित्!
आयुर्वेदं तु रक्षेत्, रक्ष्यते च शरीरकम्॥
- अर्थात्- शरीर को रोगमुक्त रखना है तो आयुर्वेद का सहारा लेना ही श्रेष्ठ उपाय है।
क्या है शिलाजीत?
- प्राचीन आयुर्वेद में शिलाजीत को “स्वर्ण योग” कहा गया है। आधुनिक समय में भी यह शरीर को सशक्त और रोगों से दूर रखने के लिए अत्यंत उपयोगी माना जाता है। इन्हीं गुणों को ध्यान में रखकर निर्मित किया गया है!
- अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट, जो 100% प्राकृतिक द्रव्यों और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बना एक प्रामाणिक और शास्त्रमत सूत्र है।
शिलाजीत गोल्ड के मुख्य आयुर्वेदिक घटक-
इस शक्तिशाली माल्ट में सम्मिलित हैं —
• शुद्ध शिलाजीत
• अश्वगंधा
• केसर
• गोखरू
• विदारीकंद
• सफेद मुसली
• शतावरी एवं अन्य ऊर्जा-वर्धक वनौषधियाँ
औषधीनां च सर्वेषां श्रेष्ठं स्वर्णमिति स्मृतम्।
तद्रूपं शिलाजीतं हि देहस्यान्तः बलं ददात्॥
स्त्री और पुरुष दोनों के लिए चमत्कारी रूप से लाभकारी-
- • शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा में वृद्धि
- • रोगों के विरुद्ध युद्ध लड़कर देह की प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- • थकान, तनाव और कमजोरी को दूर करता है
- • हार्मोन संतुलन में सहायक
- • यौन स्वास्थ्य और प्रजनन शक्ति को मजबूत बनाता है
- • त्वचा, पाचन और नींद पर सकारात्मक प्रभाव
क्यों है विशेष - amrutam शिलाजीत गोल्ड माल्ट का असर
- • 100% आयुर्वेदिक निर्माण विधि बिना किसी रासायनिक तत्व के लंबे समय तक उपयोग योग्य प्राचीन ग्रंथों में वर्णित दिव्य द्रव्यों का संयोजन
बलं देहि शरीराय आयुः दीर्घं सुखं तथा।
शिलाजीतं पिबेद् नित्यं आरोग्यं लभते नरः॥
उपयोग विधि
• मात्रा: दिन में 1 से 2 बार
• सेवन विधि: गुनगुने दूध या पानी के साथ
• आयु वर्ग: 18 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री-पुरुष
आयुर्वेद और अमृतम की गोद में स्वास्थ्य
- प्राकृतिक जीवनशैली अपनाने और शरीर को रोगमुक्त रखने के लिए शिलाजीत जैसे प्राचीन औषधीय योग आज भी अमृत के समान हैं।
- अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट न केवल शक्ति प्रदान करता है बल्कि रोगों को देह में टिकने नहीं देता।
आरोग्यम् परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्।
न रोगः सुखिनो देहे शिलाजीतं पिबन् नरः॥
रोगों का काम खत्म -
- आधुनिक जीवन की भागदौड़ में यदि आप खुद को रोगमुक्त, ऊर्जावान और संतुलित रखना चाहते हैं, तो यह माल्ट एक उत्तम प्राकृतिक विकल्प है। आयुर्वेद का चमत्कार अनुभव करें! स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें।
अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट क्यों जरूरी है?
- पचने वाला प्राकृतिक माल्ट फॉर्म में होता है। इसमें शिलाजीत के साथ अश्वगंधा, केसर, गोखरू, विदारीकंद और अन्य ऊर्जा देने वाली जड़ी-बूटियाँ होती हैं। यह शरीर द्वारा तुरंत अवशोषित होता है और कोई भारीपन नहीं पैदा करता। पेट और पाचन को दुरुस्त रखता है। लंबे समय तक ऊर्जा, शक्ति और रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है।
युक्तं भेषजं स्वर्णवत्, अयुक्तं विषवत् स्मृतम्।
माल्टं रूपं शिलाजीतं, देहं कुर्यात् आरोग्यम्॥
माल्ट रूप में सेवन के लाभ
- तेज़ अवशोषण — बिना पेट पर बोझ डाले असर
- स्वादिष्ट और हल्का — कैप्सूल या गोली जैसा भारीपन नहीं
- प्राकृतिक रूप से बनी औषधि — कोई रासायनिक मिश्रण नहीं
- आंतरिक शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
- यदि आप शिलाजीत का वास्तविक लाभ चाहते हैं तो टैबलेट और कैप्सूल को भूल जाइए।अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट केवल जल्दी पचता है बल्कि आपकी देह को भीतर से सशक्त बनाता है।
आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्।
माल्टं शिलाजीतं नित्यं, रोगरहितं शरीरकम्॥
- स्वास्थ्य के लिए सही रूप में औषधि का चयन ही सबसे बड़ा उपचार है। माल्ट रूप में शिलाजीत ही वास्तविक “स्वर्ण योग” है।
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