अश्वगंधा के अलावा भी ये चार जड़ी बूटियाँ दस घोड़ों की ताक़त रखती हैं जाने रहस्य और चमत्कार
- केवल अश्वगंधा ही नहीं, बल्कि शिलाजीत, मूसली, गोखरू, कौंच और विदारीकंद जैसी जड़ी-बूटियाँ भी शरीर, वीर्य और आत्मबल को “घोड़ों की शक्ति” प्रदान करती हैं। इनका सही प्रयोग आयुर्वेदाचार्य की सलाह से करने पर यह शरीर को तन-मन से योद्धा बना देती हैं।

- स्रोत एवं श्रेय: brainkey.in | amrutampatrika.com जहाँ प्राचीन औषधि और आधुनिक विज्ञान का संगम होता है
- भारत की जनता ने अश्वगंधा को ज़्यादा प्रसिद्ध कर दिया! इसके अलावा अनेक बूटी हैं, जो खूँटी को हिलाने की ताक़त रखती हैं!
- यहाँ लोग जिस चीज के पीछे पद जाएँ उसे शून्य से शिखर पर पहुँचा देते है! मौक़ा लगने पर चील के मूत को मील का पत्थर साबित कर दें! इसीलिए तो हिंदुस्तान महान है!
- दुनिया सहित भारत में अश्वगंधा का नाम तो सब जानते हैं, पर हमारे आयुर्वेदिक ग्रंथों में ऐसी अनेक जड़ी-बूटियाँ हैं जो शरीर को दस घोड़ों की ताक़त देने की क्षमता रखती हैं! तो आइए आज जानते हैं-अश्वगंधा के अलावा चार सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के रहस्य, जो शरीर, मन और वीर्य तीनों को बलशाली बनाती हैं।
- अश्वगंधा के अलावा भारत की चार सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियाँ हे औषधि! तू मुझे बल, पुष्टि और अमरत्व प्रदान कर। बलवर्धनं रसायनं, देही पुष्टिं प्रयच्छ मे।
- शिलाजीत - पर्वतों की आत्मा (The Destroyer of Weakness)
गिरिजं शिलाजतु नाम बलं मेघस्य सन्निभम्।
- जो पर्वतों की गोद से निकले, वह शिलाजीत बल का बादल है। हिमालय की चट्टानों से रिसने वाला खनिज रस इसमें 85 से अधिक ट्रेस मिनरल्स, Fulvic Acid और Humic Compound होते हैं
शिलाजीत के लाभ
- वीर्य और ओज की वृद्धि! थकान, तनाव, शुगर, और कमजोरी में अमृत समान! यह शरीर में ATP (Energy) उत्पादन को बढ़ाता है! पुरुषों में Testosterone को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है! आयुर्वेद सार संग्रह, द्रव्यगुण विज्ञान और निघंटु में अमृतम शिलाजीत को 10 घोड़ों की ताक़त देने वाली औषधि कहा गया है
शिलाजतुं सर्वरोगान् हन्ति, बलं वीर्यं प्रयच्छति।
- अर्थात- शिलाजीत सभी रोगों का नाश कर बल और वीर्य देता है। अमृतम शिलाजीत माल्ट में शुद्ध शिलाजित के अलावा २७ जड़ी बूटियों और रस भस्मों का मिश्रण है!
भारतीय Ginseng (Divya Rasayana) सफ़ेद मूसली
मूसलीं बलदा श्रेष्ठा, वृष्यं सौख्यप्रदा स्मृता।
- इसका स्वाद मधुर और गुण शीतल, बलवर्धक, रसायन है! यह जड़ प्राकृतिक कामोत्तेजक और स्टैमिना बूस्टर है!
- अमृतम शिलाजीत गोल्ड माल्ट शारीरिक व मानसिक कमजोरी दूर कर वीर्य, शुक्राणु और यौनशक्ति बढ़ाती है
- बच्चों, महिलाओं और वृद्धों में समान रूप से लाभकारी! इम्यूनिटी और बॉडी मास बढ़ाती हैइसे आयुर्वेद में शुक्र धान्य यानी वीर्य की धरा कहा गया है।
प्राकृतिक टेस्टोस्टेरोन बूस्टर- कौंच बीज (Kapikacchu)
कपिकच्छुरसाः सर्वे, वृष्याः पुष्टिप्रदाः स्मृताः।
- कौंच बीज में L-Dopa नामक प्राकृतिक अमीनो एसिड होता है जो मस्तिष्क में डोपामाइन बनाता हैयह कामशक्ति, मूड और तंत्रिका ऊर्जा बढ़ाता है
- यौनशक्ति और प्रजनन क्षमता में वृद्धि तनाव, थकान, अवसाद को दूर करता है! वीर्य में गाढ़ापन और शुक्राणु संख्या बढ़ाता है मस्तिष्क के लिए टॉनिक है !
- कपिकच्छुरसेनैव वृष्यत्वं लभ्यते नरः।कपिकच्छु का सेवन पुरुष को बलवान और वीर्यवान बनाता है।
Tribulus Terrestris-गोखरू स्नायुओं का बलवर्धक
गोक्षुरं बलदं श्रेष्ठं, मूत्रकृच्छ्रनिवारणम्।
- इसे संस्कृत में गोक्षुर कहा गया है! प्राचीन काल से इसे पुरुषत्व की जड़ माना गया है! शरीर में Testosterone और Vitality बढ़ाता है
- गुर्दे, मूत्राशय और मूत्र विकारों में लाभकारी!स्नायु, जोड़ों और मांसपेशियों को मज़बूत करता है! यह Natural Steroid की तरह कार्य करता है! खेल जगत में इसे Indian Power Herb कहा जाता है।
शरीर की प्राकृतिक एनर्जी बैटरी-विदारीकंद —
विदारीकन्दं बलदं रसायनं च।
- इसकी जड़ ठंडी, पौष्टिक और पुनर्योजी होती है! यह शरीर के Ojas (प्राकृतिक ऊर्जा रस) को बढ़ाती है! थकावट, कमजोरी, और शारीरिक सूखापन दूर करती है! वीर्यवर्धक, बलवर्धक और Anti-aging Rasayana
- गर्भवती और वृद्ध दोनों के लिए पोषक थायराइड और हार्मोन संतुलन में सहायक
- शिलाजीत-ऊर्जा और वीर्यवर्धक! 10 घोड़ों की ताक़त
- सफ़ेद मूसली- बल, शुक्र और कामशक्ति! प्राकृतिक Ginseng
- कौंच बीज-टेस्टोस्टेरोन और मूड! डोपामाइन बूस्टर
- गोखरू- स्नायु और मूत्र शक्ति हॉर्मोनिक संतुलन
आयुर्वेदिक भेषज्य रत्नाकर सार
शिलाजतुं मूसलीं च, गोक्षुरं कपिकच्छुकम्।
सेवनात् बलवृद्धिः स्याद्, दशाश्वबलदायकम्॥
इन चारों के सेवन से दस घोड़ों के समान बल प्राप्त होता है।
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