चिरायता रोगों का रायता नहीं फैलने देता

  1. भावप्रकाश निघण्टु-पृष्ठ ७० के अनुसार चिरायता सन्निपात ज्वर, श्वास, कफ, पित्त, रक्तदोष यानि खून की खराबी, दाह, कास, शोथ, प्यास, कुष्ठ ज्वर, व्रण तथा कृमि इन सब रोगों को दूर करता है।
  2. चिरायता बहुत कड़वा होने से इसका एक नाम किरात भी है। अथ किरातकस्य नाम गुणा नाह- श्लोक है-

!!सन्निपातज्वरश्वासकफपित्तास्त्र दाहनुत्।

कासशोथतृषाकुष्ठ ज्वर व्रणकृमिप्रणुत्।

  1. चिरायता- सर्वश्रेष्ठ ज्वर, संक्रमण नाशक बूटी है।सबसे बेहतरीन क्वालिटी का चिरायता केवल नेपाल देश में मिलता है। यहां मिलने वाला चिरायता कालमेघ है, जो सभी आयुर्वेद की दुकानों पर बिकता है।
  2. शुद्ध नेपाली चिरायता महंगा होने के कारण बाजार में मिलना मुश्किल है।चिरायता एक ग्राम की मात्रा में रोज बिना किसी रोग के लिए जा सकता है। आयुर्वेद के प्राचीन ग्रन्थ के चित्र में चिरायता की सम्पूर्ण जानकारी प्रस्तुत है।

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