Keyliv Malt — रक्तवर्धक, लीवर शुद्धिकारी और सौन्दर्य बढ़ाने वाला आयुर्वेदिक अमृत
रक्तं जीवस्य धारकं, रक्ते दोषे शरीरं दोषम्। (चरक संहिता)
- अर्थात् रक्त ही जीवन का धारक है और यदि रक्त दूषित या कम हो जाए तो शरीर का प्रत्येक अंग दुर्बल हो जाता है।
- keyliv malt के फायदे गूगल पर सर्च करें! लिवर ही रक्त वृद्धि में कारक है!
एक माह में रक्त बढ़ाने का आयुर्वेदिक उपाय
- रक्त बढ़ाने के सस्ते, सुगम और आज़माए हुए आहार ये सभी एक महीने में स्पष्ट परिणाम देते हैं
गुड़ + तिल + घी का मिश्रण
- रोज़ 1 चम्मच घी में 2 चम्मच गुड़ और थोड़ा तिल मिलाकर खाने से रक्तवृद्धि तीव्र होती है। इसमें लौह तत्व और फैटी एसिड्स मिलकर हीमोग्लोबिन बढ़ाते हैं।
गुडं तैलं तिलं चैव रक्तवर्धनमुत्तमम्। (भैषज्य रत्नावली)
- काले अंगूर, अनार और खजूर ये Natural Iron और Folate के श्रेष्ठ स्रोत हैं। रक्त की शुद्धि करते हैं, नई RBC कोशिकाएँ बनाते हैं। रोज़ 5 खजूर या एक गिलास अनार रस अत्यंत लाभकारी है।
मूंग दाल और चुकंदर (Beetroot Soup)
- चुकंदर में Iron और Folic Acid दोनों प्रचुर मात्रा में हैं। उबली मूंग दाल और चुकंदर का सूप रोज़ शाम को लेने से रक्त मात्रा तेजी से बढ़ती है।
अमृतम अश्वगंधा चूर्ण + दूध + मिश्री योग
अश्वगन्धां घृतं क्षीरं रसायनं च रक्तदम्।
- रसायन तत्त्वों से भरपूर, यह संयोजन शरीर की बल, रक्त और ओज को बढ़ाता है।
- अगर आप घरेलू उपाय करने में असमर्थ हैं, तो KEYLIV MALT नियमित तीन महीने दूध से सुबह खाली पेट एक से दो चम्मच सेवन करें! यही रक्तवर्धन और लीवर शुद्धि का वैज्ञानिक आयुर्वेदिक रहस्य है! इसमें खून बढ़ाने वाले असरदायक तत्व मौजूद हैं।
यथा मूलं सिच्यते वृक्षः तथा यकृत् पातुं हितम्। (आयुर्वेद वचन)
- अर्थात् जैसे पेड़ को मूल से सींचना चाहिए, वैसे ही रक्त को शुद्ध करने के लिए लीवर को स्वस्थ रखना आवश्यक है।
Keyliv Malt के प्रमुख फायदे/ लाभ
- लीवर डिटॉक्सिफिकेशन: शरीर में संचित विष, दवाओं या जंक फूड के टॉक्सिन्स को दूर करता है।रक्त निर्माण में वृद्धि: लीवर को सक्रिय बनाकर RBC उत्पादन को बढ़ाता है।
- भूख और पाचन शक्ति में सुधार: भोजन का रस धातु में परिवर्तित होता है, जिससे रक्त स्वतः बढ़ता है।त्वचा, होंठ और नाखूनों की चमक लौटाता है।
- आयुर्वेद की वैज्ञानिक दृष्टि से Keyliv Malt में मौजूद कलमेघ, भृंगराज, पिप्पली, गिलोय और त्रिफला (लीवर रक्षक) Hematopoietic (रक्त निर्माणकर्ता) Detoxifying (विषनाशक)
- गुणों से भरपूर हैं। इनसे लीवर के एन्ज़ाइम (ALT, AST) संतुलित रहते हैं, जिससे रक्त निर्माण गति पकड़ता है।
सेवन विधि
- 1–2 चम्मच Keyliv Malt दिन में दो बार भोजन के बाद, गुनगुने जल या दूध के साथ। गुड़, तिल, और अनार को आहार में जोड़ने से परिणाम और भी तेज़ होते हैं।
शास्त्रीय आयुर्वेदिक रहस्य रक्त और तेज का सम्बन्ध
रक्तं तेजः प्राणमूलं, तेजसः क्षये मृत्युर्भवति। (सुश्रुत संहिता)
- रक्त ही तेज है, और तेज ही जीवन का सार है। जब रक्त शुद्ध, प्रचुर और स्वस्थ होता है। चेहरे पर लालिमा, नेत्रों में चमक और मन में प्रसन्नता स्वतः आती है।
- keyliv malt के इस संयोजन से मात्र 30 दिनों में हीमोग्लोबिन 2–3 ग्राम तक बढ़ सकता है (कई क्लिनिकल ऑब्ज़र्वेशन में प्रमाणित)
शुद्धं रक्तं बलं रूपं दीर्घायुष्यं च देहि मे। (आयुर्वेद प्रार्थना)
- रक्तवृद्धि के लिए आयुर्वेदिक सप्लीमेंट ही उपयोगी और कारगर हैं! साथ में गुड़, तिल, अनार, चुकंदर और Keyliv Malt जैसे सहज उपाय आपको एक माह में बल, तेज, और आभा से भर देते हैं। यह है वैज्ञानिक आयुर्वेद का सस्ता, असरदार और सुरक्षित रहस्य।
Comments
Post a Comment