मन की मजबूती के लिए मानव को मन की मलिनता मिटानी पाफ़ेगी, तभी विजयी भव: का आशीर्वाद देना उचित होगा!
🔥 दशहरा 2025 : रावण, राहु नक्षत्र और डिजिटल युग का नया रहस्य 🌟 दशहरा का असली संदेश दशहरा केवल एक पुतला दहन का त्यौहार नहीं है। यह वह क्षण है जब इंसान को अपने भीतर छिपे रावण को पहचानकर जलाना होता है। 👉 रावण कोई बाहरी दुश्मन नहीं, बल्कि हमारी इंद्रियों के मोह, आलस्य, क्रोध और डिजिटल व्यसन का प्रतीक है। 👉 असली विजय है – मन पर नियंत्रण और आत्मा की शक्ति जागृत करना। 🙏 रावण – भक्ति, विद्या और त्याग का अद्भुत संगम रावण को हम अक्सर सिर्फ खलनायक समझते हैं। परंतु सच यह है कि वे महाभक्त शिवोपासक, महाज्ञानी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाले महापुरुष थे। उनका लिखा शिव तांडव स्तोत्र आज भी शिवभक्ति का सर्वोच्च उदाहरण है। रावण संहिता ने ज्योतिष, तंत्र और आयुर्वेद को नई दिशा दी। वे बहुभाषाविद्, संगीतज्ञ और अनुसंधानकर्ता थे। 👉 यदि रावण को केवल नकारात्मक चश्मे से न देखा जाए, तो वे ज्ञान और अनुसंधान का जीता-जागता ब्रह्मांड प्रतीत होते हैं। 🌌 राहु नक्षत्र और रावण का रहस्य रावण का जन्म स्वाति नक्षत्र (राहु का क्षेत्र) में हुआ। राहु के तीन नक्षत्र — आद्रा, स्वाति और शतभिषा — आज भी मानवता की जिज्ञासा और आविष...